रांची। पुंदाग स्थित श्री राधा कृष्ण प्रणामी मंदिर में सोमवार की रात शरद पूर्णिमा महोत्सव हर्ष और श्रद्धा के साथ मनाया गया। श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस आयोजन में भक्ति, संगीत और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम देखने को मिला।
मंदिर प्रांगण को भव्य रूप से सजाया गया था। श्री राज श्यामा जी का श्वेत वस्त्रों और आभूषणों से अलौकिक श्रृंगार किया गया, जिसके दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। पूरे वातावरण में भक्ति और आनंद का भाव व्याप्त रहा।
रात्रि में विशेष भजन-संध्या और सामूहिक आरती का आयोजन हुआ। ट्रस्ट के भजन गायकों ने प्रभु श्रीकृष्ण और राधा रानी की स्तुति में मनमोहक भजन प्रस्तुत किए, जिनकी धुनों से पूरा वातावरण भक्तिरस से सराबोर हो उठा। आरती के दौरान दीपों की पंक्तियाँ और पूर्णिमा की चांदनी ने मंदिर परिसर को अद्भुत आभा से आलोकित कर दिया।
मंगलवार सुबह मुख्य पुजारी अरविंद पांडे ने विधिपूर्वक खीर का भोग लगाकर श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद स्वरूप वितरित किया। इस दौरान भक्तों में विशेष उत्साह देखने को मिला।
ट्रस्ट के उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल और प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी संजय सर्राफ ने शरद पूर्णिमा के आध्यात्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व आत्मशुद्धि, भक्ति और शांति का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि शरद पूर्णिमा न केवल भगवान श्रीकृष्ण की रास लीला का स्मरण कराती है, बल्कि यह प्रकृति और मानव जीवन के संतुलन का भी संदेश देती है।
पूरे कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट सदस्यों और स्थानीय श्रद्धालुओं के सहयोग से अनुशासित एवं भव्य रूप में संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने इस आयोजन को एक अविस्मरणीय आध्यात्मिक अनुभव बताया। श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट का यह आयोजन धार्मिक चेतना के साथ-साथ समाज में एकता और सेवा की भावना को भी सशक्त करता है।
Pravar Bani www.pravarbani.com