Patna : CM नीतीश कुमार ने एक बार फिर महिलाओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए बड़ी पहल की है। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले, उन्होंने सोमवार को राजधानी पटना में पिंक बस सेवा के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। इस चरण में 80 नई बसें महिलाओं के लिए समर्पित की गई हैं।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने BSTC की सभी 1065 बसों में ई-टिकटिंग सेवा की भी शुरुआत की। एक अणे मार्ग से बसों को हरी झंडी दिखाने के अवसर पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, परिवहन मंत्री शीला कुमारी और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
100 पिंक बसें: महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और स्मार्ट सफर
पिंक बस सेवा की शुरुआत मई 2025 में हुई थी, जब पहले चरण में 20 सीएनजी बसें शुरू की गई थीं। अब, दूसरे चरण की 80 नई बसों के साथ, यह संख्या बढ़कर 100 हो गई है। यह बसें महिलाओं को एक सुरक्षित, सुविधाजनक और आत्मनिर्भर यात्रा का विकल्प देती हैं।
चलेंगी पटना के पांच मुख्य रूटों पर
- गांधी मैदान – दानापुर स्टेशन
- गांधी मैदान – एम्स
- नेहरू पथ
- एम्स रोड
- सगुना मोड़
ये रूट शहर के प्रमुख कॉलेजों, मेडिकल संस्थानों और वाणिज्यिक इलाकों को कवर करते हैं जैसे मगध महिला कॉलेज, पटना वीमेंस कॉलेज, जेडी वीमेंस कॉलेज, IGIMS और अशोक राजपथ।
बसें दो शिफ्ट में सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक चलेंगी, जिसमें हर रूट पर चार फेरे होंगे।
इन बसों में मिलेंगी ये खास सुविधाएं
- 22 आरामदायक सीटें, सभी सीटों पर सीट बेल्ट
- सीसीटीवी कैमरे और GPS ट्रैकिंग
- आपात स्थिति के लिए पैनिक बटन
- मोबाइल चार्जिंग पॉइंट
- सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन
- प्राथमिक उपचार किट
किफायती किराया और मासिक पास
- किराया: ₹6 से ₹25 तक
- छात्राओं के लिए मासिक पास: ₹400
- कामकाजी महिलाओं के लिए पास: ₹550
महिला कंडक्टर, जल्द आएंगी महिला ड्राइवर
इन बसों में महिला कंडक्टरों की तैनाती की गई है, जिससे यात्रियों को सहज अनुभव मिलेगा। हालांकि महिला ड्राइवरों की संख्या अभी कम है, इसलिए पुरुष ड्राइवर बसें चला रहे हैं। सरकार ने शीघ्र ही महिला ड्राइवरों की नियुक्ति की बात कही है।
BSTC में ई-टिकटिंग और ‘Chalo App’ की सुविधा
अब BSTC की सभी 1065 बसों में ई-टिकटिंग की सुविधा मिलेगी। यात्री ‘Chalo’ मोबाइल ऐप के ज़रिए रियल-टाइम में बस की लोकेशन देख सकेंगे और डिजिटल टिकट या मासिक पास ले सकेंगे। सभी बसें CNG आधारित और स्पीड गवर्नर से युक्त हैं यानी पर्यावरण और सड़क सुरक्षा, दोनों को मिलेगा बढ़ावा।
सशक्तिकरण की दिशा में मजबूत कदम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पहल को “महिलाओं के आत्मनिर्भर भविष्य की ओर एक ठोस कदम” बताया। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ यात्रा की सुविधा नहीं, बल्कि महिला शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा को मजबूती देने की दिशा में एक नज़ीर है।