रांची : शराब घोटाला मामले की जांच कर रहा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शराब दुकानों में मैनपावर आपूर्ति एजेंसी मेसर्स विजन हास्पिटालिटी सर्विसेज एंड कंस्ल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड के तीनों निदेशकों को रिमांड पर लिया है।
इन आरोपितों में निदेशक परेश अभेसिंह ठाकोर, विक्रमासिंह अभेसिंह ठाकोर व महेश शिडगे शामिल हैं। तीनों ही आरोपित निदेशकों को एसीबी ने पिछले ही महीने गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। वर्तमान में तीनों रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद थे।
इन पर आरोप है कि पूर्व की शराब नीति के दौरान फर्जी बैंक गारंटी पर राज्य की सरकारी शराब दुकानों में मैनपावर आपूर्ति का ठेका लिया था। इससे राज्य सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा।
विनय चौबे के विरुद्ध दर्ज की थी प्राथमिकी
इस मामले में एसीबी ने 20 मई को उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के तत्कालीन सचिव विनय कुमार चौबे आदि के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की थी। आरोप है कि पद का दुरुपयोग कर तत्कालीन सचिव व अन्य अधिकारियों ने आपसी मिलीभगत से आपराधिक साजिश के तहत अपने पसंदीदा एजेंसी को मैनपावर आपूर्ति का ठेका दिया।
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